नारी उत्कर्ष ऐसे लोगों का समूह है, जिनका मानना है कि महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव को खत्म करने का प्रयास कफी मंद गति से हो रहा है. वर्तमान गति को अगर तेज नहीं किया गया तो महिलाओं को समाज में सम्मानजनक स्थान पाने और अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने में अपेक्षा से कहीं अधिक समय लग जाएगा. हमें यह स्वीकार करने में कोई परेशानी नहीं है कि महिलाओं की स्थिति में धीरे—धीरे सुधार हो रहा है, समाज में उनके प्रति नजरिया बदल रहा है, लेकिन जिस धीमी गति से यह हो रहा है, उससे संतोष कर बैठ जाना सही नहीं है. उस गति को बढ़ाना जरूरी है और इसी उद्देश्य से इस वेबसाइट की शुरुआत की गई है.
इस वेबसाइट के माध्यम से हम महिलाओं के साथ वर्तमान समय में हो रहे भेद-भाव को लोगों के सामने प्रस्तुत करने की कोशिश करेंगें, उस भेद-भाव के परिणामों पर चर्चा करेंगे, उनके अधिकारों और कर्तव्यों से उन्हें परिचित कराने का प्रयास करेंगे और साथ ही इस बात की भी कोशिश करेंगे कि कुछ गलतफहमियों को दूर किया जाए, जिसके कारण पुरूषों को ऐसा लगता है कि महिलाओं को दिए जाने वाले अधिकारों से उनके अपने अधिकार खतरे में पड़ जाएंगे.
महिला सशक्तीकरण का रास्ता आसान नहीं है. जो लोग वर्तमान स्थिति और गति से संतुष्ट हैं, उन्हें हमारा प्रयास अतिवादी लग सकता है लेकिन फिर भी हमारा प्रयास होगा कि महिलाओं को उनका अधिकार दिलाने, उन्हें समानता के स्तर तक लाने का हम लोगों का प्रयास जारी रहे. हमें यह विश्वास है कि सभ्यता के विकास के शुरुआती दिनों से ही समाज में कुछ लोग सामाजिक समानता के समर्थक रहे हैं और आज भी ऐसे लोगों की कमी नहीं है, जो ऐसे प्रयासों के प्रत्यक्ष या परोक्ष समर्थन को तैयार हैं. हमें परिवर्तन चाहने वाले लोगों से समर्थन की उम्मीद है और इसी उम्मीद ने हम लोगों को ऐसी वेबसाइट शुरू करने का साहस दिया है.
आखिर में हमलोगों का बस इतना कहना है कि इस कठिन लक्ष्य की प्राप्ति में हमारा प्रयास तभी सार्थक होगा जब महिलाओं और साथ ही उन पुरूषों का सहयोग मिलेगा जो परिवर्तन की इस गति से संतुष्ट नहीं हैं, महिला सशक्तीकरण के प्रति सचेत हैं, आधी आबादी को उसका हक दिलाना चाहते हैं, सामाजिक भेद-भाव को दूर करना चाहते हैं, जो यह समझते हैं कि नारी के उत्कर्ष के बिना राष्ट्र की समृद्धि संभव नहीं है. अंत में हम लोग बस यही कहना चाहते हैं कि
मानव तन है, मन व्याकुल है
दृढ़ विश्वास, दिशा निश्चित है
लक्ष्य कठिन है, लेकिन फिर भी
जीवन का संकल्प अडिग है
रूकना नहीं, चलते रहना है
मंजिल दूर पर दुर्लभ नहीं है…………