Home > राजीव कुमार

सुप्रीम कोर्ट में एक भी महिला नहीं बनी मुख्य न्यायाधीश, कौन जिम्मेदार?

न्यायालयों में आंख पर पट्टी बांधे न्याय की देवी की मूर्ति होती है. उनके हाथ में एक तराजू होता है, जिसके दोनों पलड़े समान होते हैं लेकिन इस मूर्ति के पास रखे न्याय के सिंहासन पर बैठने वाले न्यायाधीशों की संख्या की ओर एक नजर डालें, तो यहां असमानता का

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शहीद प्रीतिलता वाडेदार: भारतीयों का अपमान करने वाले यूरोपियन क्लब का निकाला दम

गुलामी की जंजीर ऐसे ही नहीं टूटती है, उसके लिए शहादत की आवश्यकता होती है. भारत को ब्रिटिश गुलामी से मुक्त कराने के लिए भी लाखों लोगों ने कुर्बानी दी है. इन्हीं शहीदों में से एक थी, प्रीतिलता वाडेदार. नारी उत्कर्ष के इस अंक में महास्त्री प्रीतिलता की हिम्मत, हौसले

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female character at the center of security reasons

महिला सुरक्षा के केंद्र में चरित्र ही क्यों

सदियों से महिलाओं को सुरक्षा देने के मुद्दे पर चर्चा की जाती रही है, लेकिन यह चर्चा हमेशा से अधूरी और पुरुषवादी सोच के अनुकूल ही रहती है. महिलाओं को सुरक्षा देने के लिए क्या क्या किया जाना चाहिए, इस पर सबसे ज्यादा चर्चा की जाती रही है. वर्तमान समय

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sexual harassment by a relative

नजरिया बदलने की जरूरत है

किसी भी अपराध के प्रति चिंता लाजिमी है, लेकिन केवल चिंता किसी समस्या का समाधान नही हो सकता. समस्या के समाधान का रास्ता चिंता के साथ-साथ उसके ऊपर चिंतन से निकलता है. गंभीर चिंतन, जिससे समस्या के कारणों की जड़ तक पहुंचा जा सके. स्त्रियों के साथ होने वाला बलात्कार भी

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सरकार-समाज-शिक्षा और नारी

शिक्षा एक ऐसा हथियार है, जिसके उपयोग से व्यक्ति के अंदर शक्ति का संचार होता है. शिक्षा, विकास का मार्ग प्रशस्त करता है. आत्मविश्वास उत्पन्न करता है, आत्मनिर्भर बनाता है, सही और गलत की पहचान करने योग्य बनाता और अन्याय के खिलाफ लड़ने की ताकत देता है. किसी भी समाज

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